दोस्तों आप सभी का हमारे blog पर स्वागत है। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको Kuber Chalisa के बारे में बताएंगे। दोस्तों आप सब कुबेर जी को तो जानते ही होंगे। दोस्तों अक्सर कुबेर जी की पूजा माँ लक्ष्मी के साथ दीपावली के दिन होती है।
दोस्तों लेकिन मैं जानता हूँ की हम में से बहुत से लोगों को कुबेर महाराज की आरती याद नहीं होगी। दोस्तों आप सभी की समस्याओं को दूर करने के लिए मैं आप सभी के लिए आज संपूर्ण Kuber Chalisa lyrics साथ साथ इसके नित्य पाठ से होने वाले लाभों के बारे में भी बताऊंगा।
दोस्तों इसके पाठ से होने वाले लाभों को बताने का मेरा मकसद केवल इतना है की आप उन लाभों को पढ़कर इसका पाठ करने के लिए प्रेरित हो सके। दोस्तों मैं आपसे निवेदन करूँगा की आप इस पुरे article को अच्छे से पढ़े।
https://www.youtube.com/watch?v=-aXAlF257ck
दोस्तों अगर आपके घर में भी पैसो से जुडी कुछ समस्याएं उत्पन्न हो रही है तो आपको इस स्थिति में कुबेर चालीसा का पाठ अवस्य करना चाहिए। दोस्तों धन की प्राप्ति के लिए आपको भगवान कुबेर को प्रसन करना अति आवश्यक है। हमे माता लक्ष्मी जी के चालीसा के साथ साथ कुबेर भगवान के चालीसा का पाठ भी अवस्य करना चाहिए। इससे हमे मनचाहा फल की प्राप्ति है। अगर कुबेर महाराज की कृपा आप पर बनी रहेगी तो आपको कभी कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
दोस्तों मुझे पूरी उम्मीद है की आप सभी को हमारा यह article जो की Kuber Chalisa lyrics के ऊपर लिखा गया है पसंद आया होगा अगर आपको यह article अच्छा लगा है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ अवस्य share करे।
दोस्तों अगर आपको ऐसे ही पोस्ट पढ़ना पसंद है तो आप हमारे blog को subscribe कर सकते है। दोस्तों आप इस article अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ अवस्य share करे। दोस्तों अगर आप हमे कोई सुझाव देना चाहते है तो आप हमे comment कर के बता सकते है। दोस्तों आप सभी का घन्यवाद की आप ने इस post को पूरा पढ़ा। आपका दिन शुभ हो !
राम जी की आरती
शिव चालीसा
गणेश चालीसा
गणेश जी की आरती
संतोषी माता की आरती
शिव जी की आरती
सरस्वती माता की आरती
दोस्तों लेकिन मैं जानता हूँ की हम में से बहुत से लोगों को कुबेर महाराज की आरती याद नहीं होगी। दोस्तों आप सभी की समस्याओं को दूर करने के लिए मैं आप सभी के लिए आज संपूर्ण Kuber Chalisa lyrics साथ साथ इसके नित्य पाठ से होने वाले लाभों के बारे में भी बताऊंगा।
दोस्तों इसके पाठ से होने वाले लाभों को बताने का मेरा मकसद केवल इतना है की आप उन लाभों को पढ़कर इसका पाठ करने के लिए प्रेरित हो सके। दोस्तों मैं आपसे निवेदन करूँगा की आप इस पुरे article को अच्छे से पढ़े।
https://www.youtube.com/watch?v=-aXAlF257ck
Kuber Chalisa Lyrics in Hindi
दोहा
जैसे अटल हिमालय
और जैसे अडिग सुमेर ।
ऐसे ही स्वर्ग द्वार पे,
अविचल खडे कुबेर ।
विघ्न हरण मंगल करण,
सुनो शरणागत की टेर ।
भक्त हेतु वितरण करो,
धन माया के ढेर |
चौपाई
जै जै जै श्री कुबेर भंडारी ।
धन माया के तुम अधिकारी ।।
तप तेज पुंज निर्भय भय हारी ।
पवन बेग सम तनु बलधारी ।।
स्वर्ग द्वार की करे पहरे दारी ।
सेवक इन्द्र देव के आज्ञा कारी ।।
यक्ष यक्षणी की है सेना भारी ।
सेनापती बने युद्ध में धनुधारी ।।
महा योद्धा बन शस्त्र धारै ।
युद्ध करै शत्रु को मारै ।।
सदा विजयी कभी ना हारै ।
भगत जनों के संकट टारै ।।
प्रपितामह हैं स्वयं विधाता ।
पुलिस्त वंश के जन्म विख्याता ।।
विश्रवा पिता इडापिडा जी माता ।
विभिषण भगत आपके भ्राता ।।
शिव चरणों में जब ध्यान लगाया ।
घोर तपस्या करी तन को सुखाया ।।
शिव वरदान मिले देवत्व पाया ।
अमूत पान करी अमर हुई काया ।।
धर्म ध्वजा सदा लिए हाथ में ।
देवी देवता सब फिरै साख में ।।
पीताम्बर वस्त्र पहरे गात में ।
बल शक्ति पुरी यक्ष जात में ।।
स्वर्ण सिंघासन आप विराजै ।
त्रशुल गदा हाथ में साजै ।।
शंख म॒दंग नगारे बाजै ।
गंधर्व राग मधुर स्वर गाजै ।।
चौंसठ योगनी मंगल गावैं ।
रिद्धी सिद्धी नित भोग लगावें ।।
दास दासनी सिर छत्र फिरावें ।
यक्ष यक्षणी मिल चंवर ढुलावै ।।
रिषियों में जैसे परशुराम बली हैं ।
देवन्ह में जैसे हनुमान बली हैं ।।
पुरुषों में जैसे भीम बली हैं ।
यक्षों में ऐसे ही कुबेर बली हैं ।।
भगतों में जैसे प्रल्हाद बडे हैं ।
पक्षियो में जैसे गरुड बडे हैं ।।
नागो मे जैसे शेष बड़े हैं ।
वैसे ही भगत कुबेर बडे हैं ।।
कांधे धनुष हा में भाला।
गल फुलो की पहरी माला ।।
स्वर्ण मुकुट अरु देह विशाला ।
दुर दुर तक होए उजाला ।।
कुबेर देव को जो मन में धारे ।
सदा विजय हो कभी ना हारे ।।
बिगडे काम बन जाए सारे ।
अन्न धन के रहे भरे भन्डारे ।।
कुबेर गरीब को आप उभारें ।
कुबेर कर्ज को शीघ्र उतारै ।।
कुबेर भगत के संकट टारें ।
कुबेर शत्रु को क्षण में मारे ।।
शीघ्र धनी जो होना चाहए ।
क्युं नही यक्ष कुबेर मनाए ।।
यह पाठ जो पढे पढाए ।
दिन दुगना व्यापार बढाए ।।
भूत प्रेत को कुबेर भगावै ।
अडे काम को कुबेर बनावै ।।
रोग शोक को कुबेर नशावें ।
कलंक कोढ को कुबेर हटावै ।।
कुबेर चढे को और चढादे ।
कुबेर गिरे को पुनः उठादे ।।
कुबेर भाग्य को तुरन्त जगादे ।
कुबेर भुले को राह बतादे ।।
प्यासे की प्यास कुबेर बुझादे ।
भुखे की भुख कुबेर मिटादे ।।
रोगी का रोग कुबेर घटादे ।
दुखिया क दुख कुबेर छुटादे ।।
बांझ की गोद कुबेर भरादे ।
कारोबार को कुबेर बढादे ।।
कारागार से कुबेर छुडादे ।
चोर ठगों से कुबेर बचादे ।।
कोर्ट केस में कुबेर जितावें ।
जो कुबेर को मन में ध्यावै ।।
चुनाव में जीत कुबेर करावै ।
मंत्री पद पर कुबेर बिठावै ।।
पाठ करे जो नित मन लाई ।
उसकी कला हो सदा सवाई ।।
जिसपे प्रसन्न कुबेर की माई ।
उसका जीवन चले सुखदाई ।।
जो कुबेर का पाठ करावै ।
उसका बेडा पार लगावै ।।
उजडे घर को पुनः बसावै ।
शत्रु को भी मित्र बनावै ।।
सहस्त्र पुस्तक जो दान कराई।
सब सुख भोग पदार्थ पाई ।।
प्राण त्याग कर स्वर्ग में जाई ।
क्रुष्णदत्त कुबेर कीर्ती गाई ।।
दोहा
शिव भक्तों में अग्रणी,
श्री यक्षराज कुबेर ।
हिरदे मे ज्ञान प्रकाश भर,
करदो दर अंधेर ।।
करदो दूर अंधेर अब,
जरा करो ना देर ।
शरण पडा हुं आपकी,
दया की द्रुष्टी फेर ।।
हरी ॐ दया की द्रुष्टी फेर
जैसे अटल हिमालय
और जैसे अडिग सुमेर ।
ऐसे ही स्वर्ग द्वार पे,
अविचल खडे कुबेर ।
विघ्न हरण मंगल करण,
सुनो शरणागत की टेर ।
भक्त हेतु वितरण करो,
धन माया के ढेर |
चौपाई
जै जै जै श्री कुबेर भंडारी ।
धन माया के तुम अधिकारी ।।
तप तेज पुंज निर्भय भय हारी ।
पवन बेग सम तनु बलधारी ।।
स्वर्ग द्वार की करे पहरे दारी ।
सेवक इन्द्र देव के आज्ञा कारी ।।
यक्ष यक्षणी की है सेना भारी ।
सेनापती बने युद्ध में धनुधारी ।।
महा योद्धा बन शस्त्र धारै ।
युद्ध करै शत्रु को मारै ।।
सदा विजयी कभी ना हारै ।
भगत जनों के संकट टारै ।।
प्रपितामह हैं स्वयं विधाता ।
पुलिस्त वंश के जन्म विख्याता ।।
विश्रवा पिता इडापिडा जी माता ।
विभिषण भगत आपके भ्राता ।।
शिव चरणों में जब ध्यान लगाया ।
घोर तपस्या करी तन को सुखाया ।।
शिव वरदान मिले देवत्व पाया ।
अमूत पान करी अमर हुई काया ।।
धर्म ध्वजा सदा लिए हाथ में ।
देवी देवता सब फिरै साख में ।।
पीताम्बर वस्त्र पहरे गात में ।
बल शक्ति पुरी यक्ष जात में ।।
स्वर्ण सिंघासन आप विराजै ।
त्रशुल गदा हाथ में साजै ।।
शंख म॒दंग नगारे बाजै ।
गंधर्व राग मधुर स्वर गाजै ।।
चौंसठ योगनी मंगल गावैं ।
रिद्धी सिद्धी नित भोग लगावें ।।
दास दासनी सिर छत्र फिरावें ।
यक्ष यक्षणी मिल चंवर ढुलावै ।।
रिषियों में जैसे परशुराम बली हैं ।
देवन्ह में जैसे हनुमान बली हैं ।।
पुरुषों में जैसे भीम बली हैं ।
यक्षों में ऐसे ही कुबेर बली हैं ।।
भगतों में जैसे प्रल्हाद बडे हैं ।
पक्षियो में जैसे गरुड बडे हैं ।।
नागो मे जैसे शेष बड़े हैं ।
वैसे ही भगत कुबेर बडे हैं ।।
कांधे धनुष हा में भाला।
गल फुलो की पहरी माला ।।
स्वर्ण मुकुट अरु देह विशाला ।
दुर दुर तक होए उजाला ।।
कुबेर देव को जो मन में धारे ।
सदा विजय हो कभी ना हारे ।।
बिगडे काम बन जाए सारे ।
अन्न धन के रहे भरे भन्डारे ।।
कुबेर गरीब को आप उभारें ।
कुबेर कर्ज को शीघ्र उतारै ।।
कुबेर भगत के संकट टारें ।
कुबेर शत्रु को क्षण में मारे ।।
शीघ्र धनी जो होना चाहए ।
क्युं नही यक्ष कुबेर मनाए ।।
यह पाठ जो पढे पढाए ।
दिन दुगना व्यापार बढाए ।।
भूत प्रेत को कुबेर भगावै ।
अडे काम को कुबेर बनावै ।।
रोग शोक को कुबेर नशावें ।
कलंक कोढ को कुबेर हटावै ।।
कुबेर चढे को और चढादे ।
कुबेर गिरे को पुनः उठादे ।।
कुबेर भाग्य को तुरन्त जगादे ।
कुबेर भुले को राह बतादे ।।
प्यासे की प्यास कुबेर बुझादे ।
भुखे की भुख कुबेर मिटादे ।।
रोगी का रोग कुबेर घटादे ।
दुखिया क दुख कुबेर छुटादे ।।
बांझ की गोद कुबेर भरादे ।
कारोबार को कुबेर बढादे ।।
कारागार से कुबेर छुडादे ।
चोर ठगों से कुबेर बचादे ।।
कोर्ट केस में कुबेर जितावें ।
जो कुबेर को मन में ध्यावै ।।
चुनाव में जीत कुबेर करावै ।
मंत्री पद पर कुबेर बिठावै ।।
पाठ करे जो नित मन लाई ।
उसकी कला हो सदा सवाई ।।
जिसपे प्रसन्न कुबेर की माई ।
उसका जीवन चले सुखदाई ।।
जो कुबेर का पाठ करावै ।
उसका बेडा पार लगावै ।।
उजडे घर को पुनः बसावै ।
शत्रु को भी मित्र बनावै ।।
सहस्त्र पुस्तक जो दान कराई।
सब सुख भोग पदार्थ पाई ।।
प्राण त्याग कर स्वर्ग में जाई ।
क्रुष्णदत्त कुबेर कीर्ती गाई ।।
दोहा
शिव भक्तों में अग्रणी,
श्री यक्षराज कुबेर ।
हिरदे मे ज्ञान प्रकाश भर,
करदो दर अंधेर ।।
करदो दूर अंधेर अब,
जरा करो ना देर ।
शरण पडा हुं आपकी,
दया की द्रुष्टी फेर ।।
हरी ॐ दया की द्रुष्टी फेर
श्री कुबेर चालीसा के पाठ से होने वाले लाभ
- कुबेर महाराज की कृपा आप पर बनी रहती है।
- कुबेर महाराज आपके धन की रक्षा करते है
- आपको कभी भी धन और वैभव की कमी नहीं होती
- कुबेर जी हमेशा आपको सही मार्ग दर्शाते है।
दोस्तों अगर आपके घर में भी पैसो से जुडी कुछ समस्याएं उत्पन्न हो रही है तो आपको इस स्थिति में कुबेर चालीसा का पाठ अवस्य करना चाहिए। दोस्तों धन की प्राप्ति के लिए आपको भगवान कुबेर को प्रसन करना अति आवश्यक है। हमे माता लक्ष्मी जी के चालीसा के साथ साथ कुबेर भगवान के चालीसा का पाठ भी अवस्य करना चाहिए। इससे हमे मनचाहा फल की प्राप्ति है। अगर कुबेर महाराज की कृपा आप पर बनी रहेगी तो आपको कभी कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
दोस्तों मुझे पूरी उम्मीद है की आप सभी को हमारा यह article जो की Kuber Chalisa lyrics के ऊपर लिखा गया है पसंद आया होगा अगर आपको यह article अच्छा लगा है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ अवस्य share करे।
दोस्तों अगर आपको ऐसे ही पोस्ट पढ़ना पसंद है तो आप हमारे blog को subscribe कर सकते है। दोस्तों आप इस article अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ अवस्य share करे। दोस्तों अगर आप हमे कोई सुझाव देना चाहते है तो आप हमे comment कर के बता सकते है। दोस्तों आप सभी का घन्यवाद की आप ने इस post को पूरा पढ़ा। आपका दिन शुभ हो !
इन्हे भी अवस्य पढ़े –
राम जी की आरती
शिव चालीसा
गणेश चालीसा
गणेश जी की आरती
संतोषी माता की आरती
शिव जी की आरती
सरस्वती माता की आरती
2 σχόλια
Click here for σχόλια[…] की आरती के साथ साथ आप आप कुबेर आरती एवं कुबेर चालीसा का पाठ भी अवस्य […]
Reply[…] की आरती के साथ साथ आप आप कुबेर आरती एवं कुबेर चालीसा का पाठ भी अवस्य […]
ReplyConversionConversion EmoticonEmoticon