Santoshi mata ki aarti | माँ संतोषी की आरती से होने वाले अद्भुत लाभ

दोस्तों आप सभी का हमारे इस blog पर स्वागत है। आज का यह article हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्युकी आज के इस आर्टिकल में हम आपको santoshi mata ki aarti के बारे में बताएंगे। दोस्तों माँ संतोषी अपने भक्तों को बहुत प्रिय होती है। वे हमेशा उनकी आराधना करने वालो की रक्षा करती एवं उन्हें हमेशा गलत मार्ग पर चलने से रोकती है। दोस्तों हमारा भी फ़र्ज़ बनता है की हम माँ संतोषी को खुश करे।

दोस्तों माँ संतोषी को खुश करने के लिए उनकी आरती का गायन करने से अच्छा और कुछ नहीं है। इसलिए दोस्तों  लोगों की सहायता करने के लिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको संतोषी माता की आरती के lyrics भी provide करेंगे जिसे पढ़कर आप माँ की आरती अच्छे प्रकार से कर सकेंगे। माँ को खुश करने के लिए आप माँ के चालीसा को भी पढ़ सकते है। 

दोस्तों माता की आरती के साथ साथ हम आपको इससे होने वाले लाभों के बारे में भी बताएंगे जिससे आप इस आरती का पाठ अवस्य करने लगेंगे। दोस्तों वैसे तो मैं आपको यही सलाह दूंगा की आप इस आरती का पाठ बिना किसी फल की इच्छा किये करे। आप यह सोचकर इस आरती का पाठ करे की इस आरती के माध्यम से आप माँ संतोषी को धन्यवाद् दे रहे और उनसे इसी तरह आपकी और आपके परिवार की रक्षा करने के लिए निवेदन कर रहे है।

दोस्तों मैं आप सभी से गुज़ारिश करूँगा की आप इस article को पूरा पढ़े क्युकी हमने इस article को बहुत ही मेहनत से लिखा है। दोस्तों हमारे blog पर आपको ऐसी ही बहुत से article मिल जाएंगे जिनमे हमने देवी देवताओं के बारे में बताया है। अगर आप चाहे तो आप उन्हें भी पढ़ सकते है  और हमेशा हमसे जुड़े रहने के लिए आप हमारे blog को subscribe भी कर सकते है। 

Santoshi mata ki aarti



जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता ।



अपने सेवक जन की सुख सम्पति दाता ।



मैया जय सन्तोषी माता ।




सुन्दर चीर सुनहरी माँ धारण कीन्हो



मैया माँ धारण कींहो



हीरा पन्ना दमके तन शृंगार कीन्हो



मैया जय सन्तोषी माता ।




गेरू लाल छटा छबि बदन कमल सोहे



मैया बदन कमल सोहे



मंद हँसत करुणामयि त्रिभुवन मन मोहे



मैया जय सन्तोषी माता ।




स्वर्ण सिंहासन बैठी चँवर डुले प्यारे



मैया चँवर डुले प्यारे



धूप दीप मधु मेवा, भोज धरे न्यारे



मैया जय सन्तोषी माता ।




गुड़ और चना परम प्रिय ता में संतोष कियो



मैया ता में सन्तोष कियो



संतोषी कहलाई भक्तन विभव दियो



मैया जय सन्तोषी माता ।




शुक्रवार प्रिय मानत आज दिवस सो ही,



मैया आज दिवस सो ही



भक्त मंडली छाई कथा सुनत मो ही



मैया जय सन्तोषी माता ।




मंदिर जग मग ज्योति मंगल ध्वनि छाई



मैया मंगल ध्वनि छाई



बिनय करें हम सेवक चरनन सिर नाई



मैया जय सन्तोषी माता ।




भक्ति भावमय पूजा अंगीकृत कीजै



मैया अंगीकृत कीजै



जो मन बसे हमारे इच्छित फल दीजै



मैया जय सन्तोषी माता ।




दुखी दरिद्री रोगी संकट मुक्त किये



मैया संकट मुक्त किये



बहु धन धान्य भरे घर सुख सौभाग्य दिये



मैया जय सन्तोषी माता ।




ध्यान धरे जो तेरा वाँछित फल पायो



मनवाँछित फल पायो



पूजा कथा श्रवण कर घर आनन्द आयो



मैया जय सन्तोषी माता ।




चरण गहे की लज्जा रखियो जगदम्बे



मैया रखियो जगदम्बे



संकट तू ही निवारे दयामयी अम्बे



मैया जय सन्तोषी माता ।




सन्तोषी माता की आरती जो कोई जन गावे



मैया जो कोई जन गावे



ऋद्धि सिद्धि सुख सम्पति जी भर के पावे



मैया जय सन्तोषी माता ।

संतोषी माता की आरती से होने वाले लाभ



  • माँ संतोषी अपने भक्तों से बहुत प्रेम करती है इसलिए वे कभी अपने भक्तों को संकट में नहीं आने देती।

  • वे हमेशा अपने भक्तों को सही मार्ग पर चलना सिखाती है।

  • अगर हम किसी चीज़ के लायक है तो माँ संतोषी हमे उसे प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है।

  • आपके और आपके परिवार वालों की रक्षा करती है।

  • हर परिश्थिति में हमे लड़ने की शक्ति प्रदान करती है।

  • चिंता दूर करती है।


दोस्तों मुझे  पुरी उम्मीद है की आप सभी को हमारा यह article जो की Santoshio mata ki aarti  के ऊपर लिखा गया है पसंद आया होगा। अगर आपको वाकई हमारा यह post पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवस्य share करे।

अगर आप हमे कोई सुझाव देना चाहते है तो आप हमे comment के जरिये बता सकते है। दोस्तों अगर आपको ऐसे ही post पढ़ना पसंद है तो आप हमारे ब्लॉग को subscribe भी  सकते है।

इन्हे भी अवस्य पढ़े-


गणेश चालीसा 

शिव चालीसा 

गायत्री मंत्र 

राम जी की आरत

दुर्गा माँ की आरती 

Previous
Next Post »

10 σχόλια

Click here for σχόλια